X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 2-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
ज्यादा बोलने वाली बहू को ससुराल में इज्जत नहीं ताना क्यों मिलता है?
बहू अगर स्मार्ट है, माडर्न है, पढ़ी लिखी है और अपनी बात रखना जानती है तो उसके बारे में कहा जाता है कि बड़ी तेज है बेचकर खा जाएगी.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
डियर मम्मियों, बेटी को सासू मां के नाम पर डराना बंद कर दो, हर सास विलेन नहीं होती
लड़कियों के होश संभालते ही उन्हें सास का हवाला दे-देकर 'अनुशासन' सिखाया जाता है. उन्हें ऐसे डराया जाता है, जैसे सास इस धरती की प्राणी नहीं, बल्कि पाताल से आई हुई कोई राक्षसी हैं, जिनका काम बहू को कच्चे चबा जाना है.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
जब बहू ने कराया सास का गृह-प्रवेश तो देखने वालों की आंखें भर आईं
बहू आरती का थाल लिए मुस्कुराते हुए सासू मां के स्वागत के लिए दरवाजे के बाहर खड़ी है. मां देखती है तो हैरान रह जाती है. मां के स्वागत के लिए पूरे घर को फूलों से सजाया गया है. मां के पांव जमीन पर ना पड़े इसलिए फर्श पर फूलों के गोले बनाए गए हैं. एक थाल में लाल रंग वाला आलता रखा गया ताकि मां के शुभपैरों का पदचिन्ह लिया जा सके.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 4-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
झगड़ालू बहू को संयुक्त घर में रहने का अधिकार नहीं, तो फिर वह कहां जाए?
पति-पत्नी में लड़ाई होना अलग बात है लेकिन एक बहू (daughter in law) अपना ससुराल अपना घर छोड़कर आखिर कहां जाएगी. शादी के बाद मायके में ज्यादा दिन रहने पर समाज वाले अलग ताना मारते हैं. वहां मायके वाले खुद शादी के बाद बेटी की जिम्मेदारी से घबराते हैं.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
Gopi Bahu की मांग तो सही है, लेकिन क्या कोई दे पाएगा एक बहू, पत्नी या मां होने की फीस?
गोपी बहू का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह घरवालों से पूछती हैं कि क्या मैंने इस परिवार को अपना नहीं समझा? इस पर सास जवाब देती है कि हां बेटा तुमने हम सब को बहुत प्यार दिया है. इस पर गोपी बहू पूछती है कि कब तक फ्री का प्यार लेती रहोगी? पेमेंट भी तो दो इसकी... इतना सुनकर परिवार वाले हैरान हो जाते हैं...
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 6-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
ससुराल वालों के साथ नहीं रहने वाली महिलाएं क्या स्वार्थी होती हैं?
बेटी को लेकर तो लोगों की सोच बड़ी उदारवादी और मॉडर्न हो गई है लेकिन बहू का नाम सुनते ही अचानक विचार क्यों बदल जाते हैं? आज भी लोग बहू को लेकर संकुचित सोच रखते हैं और बोझ बूह के सिर पर ही आता है. जब आप घर में बहू से अच्छी तरह से व्यवहार नहीं करोगे, उसे दिन-रात ताने मारोगे, उसे नीचा दिखावोगे तो उसका आपके साथ रहने का मन कैसे करेगा?
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 3-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
क्या ऐसा भी होता है? सास न बहू को जबरन गले लगाकर किया कोरोना पॉजिटिव!
सुनकर कितना अच्छा लगता है कि सास ने बहू को गले लगाया लेकिन जिस वजह से गले लगाया वो काफी अजीब है. यदि मन में जहर पल रहा हो तो किसी दुलार पर क्या ही भरोसा किया जाएगा.
समाज
|
एक अलग नज़रिया
| 5-मिनट में पढ़ें
ज्योति गुप्ता
@jyoti.gupta.01
आखिर एक लड़की को छुप कर मायके क्यों जाना पड़ता है, तीन लड़कियों की कहानी
शादी में कन्यादान करने का मतलब यह नहीं होता कि घरवालों ने अपनी बेटी को पराया कर दिया या दान ही कर दिया. बेटियां भले ससुराल चली जाएं लेकिन उनका एक हिस्सा हमेशा के लिए अपने घर में बस जाता है जिसे शादी के बाद मायका कहा जाता है.
ह्यूमर
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
कंगना रनौत को घेरते उद्धव ठाकरे 'टिपिकल सास' क्यों बन रहे हैं?
कंगना (Kangana Ranaut) से पंगे के चलते जैसी बातें उद्धव (Uddhav Thakarey) ने अपने दशहरा भाषण में कही हैं उन्हें सुनकर उनमें एक ऐसी टिपिकल सास नज़र आ रही है जिसे बहू में सिर्फ और सिर्फ खोट ही नज़र आ रहे हैं. वहीं बात अगर कंगना की हो तो अगर 100 सुनार की है तो फिर एक लुहार की.